नवग्रह शांति पूजा उज्जैन
क्या आप भी ग्रह दोष से परेशान है? तो, नवग्रह शांति पूजा जीवन में ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम करने और सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य, और मानसिक शांति प्राप्त करने का एक प्रभावी उपाय है। पूजा बुक करने के लिए पंडित जी को नीचे दिये नंबर पर कॉल करें
नवग्रह शांति पूजा क्या है?
भारतीय शास्त्रों के अनुसार नवग्रह शांति पूजा एक विशेष वैदिक अनुष्ठान है, जो व्यक्ति के जीवन में ग्रह दोषों और नकारात्मक ग्रहों के प्रभाव को कम करने के लिए किया जाता है। नवग्रह का अर्थ है “नौ ग्रह”, और इस पूजा में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु की पूजा की जाती है। यह पूजा व्यक्ति के जीवन में संतुलन, शांति, और सुख-समृद्धि लाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
नवग्रह शांति पूजा जीवन में ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम करने और सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य, और मानसिक शांति प्राप्त करने का एक प्रभावी उपाय है। उज्जैन जैसे पवित्र स्थान पर इस पूजा का प्रभाव कई गुना अधिक होता है, जो आपके जीवन को सकारात्मक ऊर्जा और शांति से भर देता है।

नवग्रह कौन-कौन से है?
- सूर्य (Sun): आत्मा, शक्ति और नेतृत्व का प्रतीक।
- चंद्र (Moon): मन, भावनाएँ, और मानसिक संतुलन।
- मंगल (Mars): ऊर्जा, साहस, और भाई-बहन के संबंध।
- बुध (Mercury): बुद्धिमत्ता, वाणी, और व्यवसाय।
- गुरु/बृहस्पति (Jupiter): ज्ञान, धन, और धर्म का ग्रह।
- शुक्र (Venus): प्रेम, कला, सौंदर्य, और विवाह।
- शनि (Saturn): कर्म, न्याय, और अनुशासन का ग्रह।
- राहु (North Node): छाया ग्रह, भ्रम और अनिश्चितता का कारण।
- केतु (South Node): आध्यात्मिकता, त्याग, और मोक्ष का ग्रह।
नवग्रह शांति पूजा क्यों कराई जाती है?
- कुंडली में ग्रह दोष:
- अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति शुभ न हो, तो उसके जीवन में बाधाएँ आती हैं।
- शनि साढ़ेसाती और ढैय्या:
- शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए।
- राहु-केतु दोष (कालसर्प योग):
- राहु और केतु के कारण उत्पन्न होने वाले कालसर्प दोष या पितृ दोष के निवारण के लिए।
- मंगल दोष (कुंडली मिलान में बाधा):
- विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए।
- स्वास्थ्य समस्याएँ और मानसिक तनाव:
- जीवन में बार-बार आने वाली बीमारियों, आर्थिक संकट, या मानसिक तनाव को दूर करने के लिए।
नवग्रह शांति पूजा की विधि
नवग्रह शांति पूजा की पूजा विधि निम्नलिखित दी गई है :-
पूजा स्थल की शुद्धि:
- पूजा से पहले स्थान को शुद्ध कर साफ-सफाई की जाती है।
कलश स्थापना और नवग्रह मंडल बनाना:
- पूजा में कलश स्थापना और रंगोली के रूप में नवग्रह मंडल बनाया जाता है।
ग्रहों का आह्वान और मंत्र जाप:
- प्रत्येक ग्रह के लिए विशेष बीज मंत्र का जाप किया जाता है।
- 1,000 या 10,000 बार मंत्रों का जाप कर ग्रहों को शांत किया जाता है।
अभिषेक और अर्पण:
- ग्रहों के अनुसार विभिन्न वस्तुएँ जैसे फूल, फल, अनाज, और रंगीन कपड़े अर्पित किए जाते हैं।
हवन और आहुति:
- पूजा के बाद नवग्रह हवन किया जाता है, जिसमें विशेष मंत्रों के साथ आहुति दी जाती है।
आरती और प्रसाद वितरण:
- अंत में आरती की जाती है और प्रसाद बांटा जाता है।
नवग्रह शांति पूजा के लाभ
गृह दोष के नकारात्मक प्रभाव को शांत करने के लिए नवग्रह शांति पूजा करायी जाती है इस पूजा के निम्नलिखित लाभ है :-
- ग्रह दोषों से मुक्ति:
- कुंडली में मौजूद ग्रह दोष जैसे शनि साढ़ेसाती, कालसर्प दोष, मंगल दोष आदि का प्रभाव कम होता है।
- स्वास्थ्य और दीर्घायु:
- लगातार बीमारियों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।
- आर्थिक समृद्धि:
- व्यापार में बाधाएँ दूर होती हैं और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- मानसिक शांति और स्थिरता:
- मानसिक तनाव, अवसाद, और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- वैवाहिक जीवन में सुधार:
- विवाह में देरी या वैवाहिक जीवन में समस्याओं का समाधान होता है।
- करियर में सफलता:
- नौकरी और शिक्षा में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं और सफलता के मार्ग खुलते हैं।
कब करानी चाहिए नवग्रह शांति पूजा?
यह पूजा निम्न अवसर पर करानी चाहिए :-
- ग्रहण या अमावस्या के दिन।
- जनम कुंडली में ग्रह दोषों के प्रभाव के समय।
- अचानक आने वाली विपत्तियाँ, दुर्घटनाएँ या स्वास्थ्य समस्याओं के समय।
- शनि साढ़ेसाती या राहु-केतु की दशा के दौरान।
- व्यवसाय या नौकरी में बार-बार असफलता मिलने पर।
उज्जैन में कैसे कराएं नवग्रह शांति पूजा?
उज्जैन, जो भगवान शिव के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए प्रसिद्ध है, एक पवित्र स्थान है, जहां पर नवग्रह शांति पूजा करने से जीवन में आ रही समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। यह पूजा व्यक्ति के जीवन में ग्रह दोष, मानसिक शांति, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि को बढ़ाने के लिए की जाती है। उज्जैन में नवग्रह शांति पूजा कराने के लिए वहाँ के अनुभवी पंडित से संपर्क करें और पूजा बुक करें