कालसर्प दोष क्या है?
कालसर्प दोष तब बनता है जब जन्म कुंडली में सभी ग्रह राहु-केतु के बीच आ जाते हैं। यह एक शक्तिशाली ग्रहीय योग है जो जीवन के हर क्षेत्र में रुकावटें पैदा करता है, खासकर करियर, बिजनेस और शिक्षा में।
बिजनेस पर प्रभाव – ऐसे लगता है स्पीड ब्रेकर
- बार-बार असफलताएँ:
- बिजनेस शुरू करने के बावजूद सफलता न मिलना
- अचानक नुकसान होना या डील फेल हो जाना
- वित्तीय अड़चनें:
- निवेश के बावजूद मुनाफा न होना
- बैंक लोन मिलने में दिक्कत
- पार्टनरशिप में समस्याएँ:
- बिजनेस पार्टनर के साथ मतभेद
- विश्वासघात या धोखे की संभावना
शिक्षा में बाधाएँ – कैसे रोकता है प्रगति?
- एकाग्रता की कमी:
- पढ़ाई में मन न लगना
- याद किया हुआ भूल जाना
- परीक्षा में अप्रत्याशित समस्याएँ:
- तैयारी के बावजूद कम नंबर आना
- एग्जाम हॉल में गलत प्रश्न-पत्र मिलना
- करियर चुनने में दिक्कत:
- सही कोर्स/कॉलेज न मिल पाना
- विदेश में पढ़ाई के अवसर नष्ट होना
3 प्रमुख संकेत जो बताते हैं आपको कालसर्प दोष है
- बार-बार प्रयासों के बावजूद सफलता न मिलना
- अचानक धन हानि या नौकरी छूटना
- पारिवारिक समस्याओं के कारण करियर प्रभावित होना
समाधान: कैसे हटाएँ यह स्पीड ब्रेकर?
- कालसर्प शांति पूजा:
- नागपंचमी या अमावस्या पर करवाएँ
- 11 पंडितों द्वारा यज्ञ करें
- रत्न धारण:
- गोमेद (राहु के लिए)
- लहसुनिया (केतु के लिए)
- दैनिक उपाय:
- हनुमान चालीसा का पाठ
- शिवलिंग पर जल अर्पित करना
सावधानी:
- किसी अनुभवी ज्योतिषी से ही कुंडली विश्लेषण करवाएँ
- नकली पंडितों/बाबाओं से बचें