शंखपाल कालसर्प दोष के दुष्प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए जानें इसके लक्षण, उपाय और उज्जैन में पंडित विजय जोशी द्वारा संपन्न निवारण पूजा की विधि। समस्याओं से छुटकारा पाएं और जीवन में सुख-समृद्धि लाएँ।
शंखपाल कालसर्प दोष क्या है?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कालसर्प दोष एक गंभीर योग माना जाता है, जो तब बनता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं। शंखपाल कालसर्प दोष इसी का एक विशेष प्रकार है, जो तब उत्पन्न होता है जब राहु 12वें भाव में और केतु 6वें भाव में स्थित हों। इस दोष के कारण व्यक्ति को जीवनभर आर्थिक संकट, स्वास्थ्य समस्याएं, पारिवारिक कलह और व्यावसायिक क्षेत्र में बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
शंखपाल कालसर्प दोष के प्रभाव
आर्थिक अस्थिरता और नुकसान:
इस दोष के प्रभाव से व्यक्ति को धन संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अचानक खर्चे बढ़ते जाते हैं, काम विफल होते हैं, या व्यवसाय में लगातार घाटा होता है। कर्ज का बोझ बढ़ता है, और आय के स्रोत अवरुद्ध हो जाते हैं।
स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौतियाँ:
केतु के 6वें भाव में स्थित होने से व्यक्ति को लंबी बीमारियाँ, रक्त संबंधी विकार, या पुराने दर्द का सामना करना पड़ता है। मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है जैसे– अवसाद, अनिद्रा, या आत्मविश्वास की कमी जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। तथा दुर्घटनाओं या सर्जरी का खतरा बढ़ जाता है।
पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में अशांति:
परिवार के सदस्यों के बीच तनाव, विवाद, या अविश्वास की स्थिति बनती है। विशेषकर पति-पत्नी के संबंधों में मनमुटाव बना रहता है। तथा विवाह में देरी, टूटन, या तलाक जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। संतान संबंधी समस्याएँ, जैसे गर्भधारण में कठिनाई या संतान का स्वास्थ्य खराब रहना।
करियर और व्यावसायिक बाधाएँ:
इस दोष के कारण योग्यता और मेहनत के पश्चात भी कार्यक्षेत्र में उचित पद या प्रमोशन नहीं मिलता। सहयोगियों या वरिष्ठों के साथ मतभेद, झूठे आरोप, या नौकरी छूटने का डर बना रहता है। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा बढ़ती है, और ग्राहकों या पार्टनर्स के साथ विवाद होते हैं।
जीवन में अटकाव और देरी:
इसके कारण हर कार्य में अड़चनें आती हैं – शिक्षा, नौकरी, विवाह, या घर खरीदने जैसे मौकों में अनावश्यक विलंब होता है। व्यक्ति को लगता है कि वह “किसी अदृश्य बंधन” में जकड़ा हुआ है, जिससे मुक्ति मुश्किल लगती है।
शंखपाल कालसर्प दोष के उपाय
शंखपाल कालसर्प दोष एक गंभीर अशांति योग है, लेकिन वैदिक ज्योतिष और सही उपायों से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। यहाँ कुछ प्रमुख और प्रभावी उपाय विस्तार से बताए गए हैं:
- मंत्र जाप करें:
- ॐ नमः शिवाय तथा राहु-केतु मंत्र (ॐ रां राहवे नमः, ॐ कें केतवे नमः) का नियमित जाप।
- हनुमान चालीसा का पाठ विशेष रूप से लाभकारी।
- दान और सेवा करें :
- काले तिल, उड़द की दाल, लोहे की वस्तुएं, या नीले कपड़े का दान।
- गरीबों को भोजन कराना।
- रत्न धारण: गोमेद (राहु) और लहसुनिया (केतु) रत्न विशेषज्ञ की सलाह से धरण करें।
- व्रत और उपवास: शनिवार या अमावस्या के दिन व्रत रखकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें।
- नाग देवता की आराधना: ॐ नमः भगवते वासुकिये नमः मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।
- प्रतीकात्मक पूजा: चांदी या पीतल के सर्प की मूर्ति पर दूध, फूल, और चंदन चढ़ाएं एवं उनका अभिषेक करें।
शंखपाल कालसर्प दोष निवारण पूजा
शंखपाल कालसर्प दोष निवारण पूजा एक प्रभावी वैदिक अनुष्ठान है, जिसे विशेष रूप से राहु और केतु की अशुभ स्थितियों को शांत करने के लिए किया जाता है। यह पूजा उन व्यक्तियों के लिए अनिवार्य मानी जाती है जिनकी जन्म कुंडली में राहु 12वें भाव और केतु 6वें भाव में स्थित होते हैं, जिसके कारण जीवन में आर्थिक संकट, स्वास्थ्य समस्याएं, पारिवारिक कलह और आध्यात्मिक बाधाएं उत्पन्न होती हैं। इस पूजा का मुख्य उद्देश्य नाग देवताओं की कृपा प्राप्त करना, राहु-केतु के प्रकोप को शांत करना और कुंडली में ग्रहों का संतुलन बनाए रखना है।
उज्जैन, जिसे “त्रिलोक की नाभि” कहा जाता है, कालसर्प दोष निवारण के लिए सबसे शक्तिशाली स्थान माना जाता है। यहाँ के महाकालेश्वर मंदिर में की गई पूजा का प्रभाव अद्वितीय होता है, क्योंकि यहाँ स्थित ज्योतिर्लिंग की ऊर्जा सीधे राहु-केतु के प्रभाव को नष्ट करती है। उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित विजय जोशी इस पूजा को वैदिक नियमों के अनुसार संपन्न करवाते हैं। उनका मार्गदर्शन पूजा की प्रामाणिकता और सफलता सुनिश्चित करता है।
उज्जैन मे कैसे कराएं शंखपाल कालसर्प दोष पूजा?
उज्जैन जैसे पवित्र स्थल पर इस पूजा को करवाने से व्यक्ति को भगवान शिव जी कृपा और ग्रहों की अनुकूलता प्राप्त होती है। यदि आप इस दोष से पीड़ित हैं, तो पंडित विजय जोशी जैसे विशेषज्ञ से संपर्क करके इस पूजा को शीघ्र आयोजित करवाएँ और अपने जीवन को नई दिशा दें। पंडित जी को दोष निवारण पूजाओं का 15 वर्षो से अधिक अनुभव प्राप्त है। आज ही अपनी पूजा बुक करने के लिए उज्जैन के अनुभवी पंडित विजय जोशी से नीचे दिये गए नंबर पर संपर्क करें